आलोचना >> कहानी नई कहानी कहानी नई कहानीनामवर सिंह
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प्रस्तुत पुस्तक लगभग एक दशक की चिंतन-यात्रा की पगडण्डी है जिसमें कथा-समीक्षा की एक पद्धति निकालने की कोशिश की गयी है
प्रस्तुत पुस्तक लगभग एक दशक की चिंतन-यात्रा की पगडण्डी है जिसमें कथा-समीक्षा की एक पद्धति निकालने की कोशिश की गयी है ! इस कहानी में आलोचना की वही विश्लेषणात्मक पद्धति अपनाई गई है जो पिछले कुछ दशकों से छोटी कविताओं के विश्लेषण में सफल पाई गई थी ! इस निबंध से, मेरे निकट, उन लोगों के लिए भी उत्तर प्रस्तुत था जिनका यह आरोप था कि मैं कहानी-समीक्षा में काव्य-समीक्षा की पद्धति का बलात उपयोग करके भूल कर रहा हूँ ! हिंदी आलोचना जो अभी तक मुख्यतः काव्य-समीक्षा रही है, कविता से कथा-नाटक आदि साहित्य-रूपों का विधिवत विश्लेषण करके ही अपने को सुसंगत एवं समृद्ध बना सकती है ! कहानी-समीक्षा सम्बन्धी ये निबंध इसी दिशा में विनम्र प्रयास हैं ! इसीलिए इनका महत्त केवल कहानियों की समीक्षा तक सीमित न होकर एक व्यापक समीक्षा-पद्धति के निर्माण की दिशा में है !
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